Friday, October 12, 2012

பித்ரு ஸ்துதி:

பித்ரு ஸ்துதி:
ப்ருஹத் தர்ம புராணத்தில் அமைந்துள்ள இந்த ஸ்தோத்ரம் தென் புலத்தாராகிய பித்ரு தேவர்களைப் பற்றியது.
       
                   ब्रह्मोवाच
ॐ नमः पित्रे जन्मदात्रे सर्व देव मयाय च
सुखदाय प्रसन्नाय सुप्रीताय महात्मने

सर्व यज्ञ स्वरूपाय स्वर्गाय पर मेष्टिने
सर्वतीर्थावलोकाय करुणा सागराय च

नमः सदा s s शु तोषाय शिव रूपाय ते नमः
सदा s पराध क्षमिणे सुखाय सुखदाय च

दुर्लभं मानुषमिदं येन लब्धं मया वपुः
संभावनीयं धर्मार्थे तस्मै पित्रे नमो नमः

तीर्थ स्नान तपो होम जपादि यस्य दर्शनम्
महागुरोश्च गुरवे तस्मै पित्रे नमो नमः

यस्य प्रणामस्तवानात्  कोटिशः पितृ तर्पणम्
अश्वमेधशतैस्तुल्यं तस्मै पित्रे नमो नमः


                       फल श्रुतिः

इदं स्तोत्रं पितुः पुण्यं यः पठेत्प्रयतो नरः
प्रत्यहं प्रातरुत्थाय पितृ श्राद्ध दिनेsपि च
स्व जन्म दिवसे साक्षात्पितुरग्रे स्थितो sपि वा
न  तस्य दुर्लभं किञ्चित् सर्वज्ञतादि वाञ्छितम्

नानापकर्म कृत्वापि यः स्तौति पितरं सुतः
स ध्रुवं प्रविधायैव प्रायश्चित्तं सुखी भवेत्
पितृप्रीतिकरो नित्यं सर्व कर्माण्यथार्हति
                       शुभम्     

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